अपने लेख, कविता, कहानियां अथवा अन्‍य लिखित सामग्री इस ब्‍लाॅग पर प्रकाशित करवाने बारे में हमें tiwarijai222@gmail.com पर ई-मेंल करें और हिन्‍दी साहित्‍य के उत्‍थान में अपना योगदान दें
नया क्‍या है
जारी हो रहा है
गर तड़प रही हो मुझसे बिछड़के तो।
मेरी मानो तो लौट आओ।।
अश्क़ बहते हो सुर्ख आँखों से याद करके मुझे।
तो सच कहता हूँ।
मेरी मानो तो लौट आओ।।
बिरहा की आग जलाती हो तो।
भुलाकर बीती बातो को
मेरी मानो तो लौट आओ।।
धड़कता होगा दिल अब भी  में तेरी हूँ
यही सोचकर
मेरी मानो तो लौट आओ।।

gar tadap rhi ho mujhse bichad ke
meri maano to lout aao

ashq behte ho surkh aankho se mujhe yaad kar ke
to sach kehta hoon
meri mano to lout aao

birha ki aag jalati ho to
bhula kar beeti baato ko
meri maano to lout aao

dhadakta ho agar dil ab bhi
mein teri hu ye sochkar
meri maano to lout aao

Sad Shayari ! Dard Shayari ! Zakhm Shayari ! Urdu Shayari ! Hindi Shayari ! Udaas Shayari ! Shayar Yaar Ji ! 2 Line Shayari ! Ghazals ! Mirza Ghaalib ! Yaar Ji !
बेवफाई, तन्हाई, रुस्वाई, ग़म और शिकवा।
तेरे इश्क़ में हमने क्या क्या ना देखा।।




दिल ऐ नादान तुझे हुआ क्या है।
आखिर इस दर्द की दवा क्या है।।
हमको उनसे वफ़ा की है उम्मीद।
जो ये नही जानते की वफ़ा क्या है।
रगो में दौड़ते फिरने के हम नही कायल।
जब आँख ही से ना टपका तो फिर लहू क्या है।।
#ग़ालिब साहब


दो टूटे हुए दिल मिलते है ना....
तब मोह्ब्बत मैं धोखा नही होता...
#अंशुल गुप्ता

उठा के कलम लिखूं तो क्या।

हर लफ्ज़ तेरे नाम सा लगता है।।

 

दिन भर ही तेरी यादो में खोये रहना।

एक जरुरी काम सा लगता है।।

Yaarji yaar ji

 

खो ना जाऊँ मदहोश होकर यारजी।

हर रंग उसका सुहानी शाम सा लगता है।।

 

बड़ी अजीब नोकरी कर ली तुझसे मोहब्बत की।

मुझे आराम हराम सा लगता है।।

 

Sad Shayari ! Dard Shayari ! Zakhm Shayari ! Urdu Shayari ! Hindi Shayari ! Udaas Shayari ! Shayar Yaar Ji ! 2 Line Shayari ! Ghazals ! Mirza Ghaalib ! Yaar Ji !

 

कहा से लाऊ रोज़ एक नया दिल।
तोड़ने वालो ने तो तमाशा बना रखा है।।

#unknown

दास्ताँ ऐ इश्क़ सुन कर मेरी, यारजी।
आइना रोता रहा, हम आँखे पोछते गए।।
Dastan ae ishq sun kar meri yaarji
Aaina rota raha, hum aankhe pochhte gye
हो जाऊ ना काफ़िर यारजी, इस हयात में मै भी।
मुझे खुदा से ज्यादा, वो याद आती है।।

मोहब्बत का मिज़ाज़ भी बारिश सा हो गया है।
रुक रुक कर आ रही है।।

Mohabbaat ka mizaaZ bhi barish sa ho gya.
Ruk ruk kr aa rhi h

बैठ के पहलू में यार के।
जो कुछ नही करते, वो कमाल करते है।।

by #unknown

Baith ke pehlu me yaar ke
Jo kuch nhi krte wo kamaal karte h


अजीब कशमकश होती है इश्क़ में।
धड़कने सम्भलती नही, जान निकलती नही।।
by #unknown_शायर

Sad Shayari ! Dard Shayari ! Zakhm Shayari ! Urdu Shayari ! Hindi Shayari ! Udaas Shayari ! Shayar Yaar Ji ! 2 Line Shayari ! Ghazals ! Mirza Ghaalib ! Yaar Ji !

Ajeeb kashmkash hoti hai ishq me
Dhadkane sambhalti nhi,
Jaan nikalti nhi

इक रिश्ता था जो रूठ गया।
इक वादा था जो टूट गया।।

तेरी दिल की तंग गलियो से।
मेरा आना जाना छूट गया।।

बैठा हूँ यारजी सहरा में।
मै अंदर -अंदर टूट गया।।

बाँधा था उम्मीदों की डोर से।
वो इश्क़ का धागा टूट गया।।

सोचता हु तेरा मगरमछ के आंसू बहाना,
अब भी है या छूट गया।।

मोहब्बत के फलसफे से अब तो।
भरोसा यारजी उठ गया।।

Sad Shayari ! Dard Shayari ! Zakhm Shayari ! Urdu Shayari ! Hindi Shayari ! Udaas Shayari ! Shayar Yaar Ji ! 2 Line Shayari ! Ghazals ! Mirza Ghaalib ! Yaar Ji !
कीमत होती गर वफ़ा की यारजी।
आज करोडो में मै भी बिकता।।



KIMAR GAR WAFA KI HOTI YAAR JI
AAJ KRODO ME MAIN BHI BIKTA

बन्द मुठी से गिरती रेत की तरह।

भुला दूंगा तुझे ज़रा ज़रा करके।।




BAND MUTHI SE GIRTI RET KI TARAH

BHULA DUNGA TUJHE ZRA ZRA KRKE



साज़िशें कितनी है मेरे खिलाफ चारो और।

कसक बढ़ती गयी यारजी जब जब महसूस किया।।


Saajishen kitni hain mere khilaaf charo aur

kasak badhti gyi yaarji jab jab mehsoos kiya