Home
About
Gadget
Android
Two Columns
Three Columns
Four Columns
Default
Two Columns
Three Columns
Four Columns
Features
Shortcodes
Archive
Contact
Mehfil-e-Shayari
#Rekhta Shayri's #Yaarji
लेख
धार्मिक पुस्तके
साहित्यिक रचनाएं
स्वास्थ्य
प्रेरणात्मक कहानी
धार्मिक स्थान
हमसे संपर्क करें
Search form is empty!
Select Here
लेख
धार्मिक पुस्तके
साहित्यिक रचनाएं
स्वास्थ्य
प्रेरणात्मक कहानी
धार्मिक स्थान
हमसे संपर्क करें
अपने लेख, कविता, कहानियां अथवा अन्य लिखित सामग्री इस ब्लाॅग पर प्रकाशित करवाने बारे में हमें tiwarijai222@gmail.com पर ई-मेंल करें और हिन्दी साहित्य के उत्थान में अपना योगदान दें
नया क्या है
जारी हो रहा है
Next Story
लेकर मेरा नाम... मुझे कोसता तो है,,, नफरत ही सही... पर... वो मुझे सोचता तो है.. - Yaar Ji
Previous Story
ज़िन्दगी भर ही उदास रहना है यार जी। यही सोचकर अक्सर मुस्कुरा लिया करते है।। - YAAR JI
Home
जाने कब मार दे मुझे कोई काफिर समझ के। शहर का शहर मुसलमान हुआ फिरता है।।
Unknown
3:36:00 AM
जाने कब मार दे मुझे कोई काफिर समझ के।
शहर का शहर मुसलमान हुआ फिरता है।।
0 comments:
Post a Comment
Follow:
Join me on Facebook
Popular Posts
ज़िन्दगी भर ही उदास रहना है यार जी। यही सोचकर अक्सर मुस्कुरा लिया करते है।। - YAAR JI
ज़िन्दगी भर ही उदास रहना है यार जी। यही सोचकर अक्सर मुस्कुरा लिया करते है।। Zindagi Bhar hi udaas rehna hain Yaar Ji yhi sochkar aksar m...
मैं ये किस के नाम लिक्खूँ जो अलम गुज़र रहे हैं मेरे शहर जल रहे हैं मेरे लोग मर रहे हैं
मैं ये किस के नाम लिक्खूँ जो अलम गुज़र रहे हैं मेरे शहर जल रहे हैं मेरे लोग मर रहे हैं #उबैदुल्लाह_अलीम
जाने कब मार दे मुझे कोई काफिर समझ के। शहर का शहर मुसलमान हुआ फिरता है।।
जाने कब मार दे मुझे कोई काफिर समझ के। शहर का शहर मुसलमान हुआ फिरता है।।
इक रोज़ खेल खेल में हम उस के हो गए
इक रोज़ खेल खेल में हम उस के हो गए और फिर तमाम उम्र किसी के नहीं हुए ek roz khel khel me hm us ke ho gye fir tamam umar kisi ke nahi hue...
किया है प्यार जिसे हम ने ज़िंदगी की तरह वो आश्ना भी मिला हम से अजनबी की तरह
किया है प्यार जिसे हम ने ज़िंदगी की तरह वो आश्ना भी मिला हम से अजनबी की तरह #क़तील_शिफ़ाई
कीमत होती गर वफ़ा की यारजी।
कीमत होती गर वफ़ा की यारजी। आज करोडो में मै भी बिकता।। KIMAR GAR WAFA KI HOTI YAAR JI AAJ KRODO ME MAIN BHI BIKTA
हँसकर कबूल क्या कर ली आपकी हर सज़ा हमने … दस्तूर ही बना लिया आपने ने भी.... इल्ज़ाम लगाने का ......!!! - Yaar Ji
हँसकर कबूल क्या कर ली आपकी हर सज़ा हमने … दस्तूर ही बना लिया आपने ने भी.... इल्ज़ाम लगाने का ......!!! Sad Shayari ! Dard Shayar...
Visitors Today
Live Traffic Stats
Most Trending
ज़िन्दगी भर ही उदास रहना है यार जी। यही सोचकर अक्सर मुस्कुरा लिया करते है।। - YAAR JI
ज़िन्दगी भर ही उदास रहना है यार जी। यही सोचकर अक्सर मुस्कुरा लिया करते है।। Zindagi Bhar hi udaas rehna hain Yaar Ji yhi sochkar aksar m...
मैं ये किस के नाम लिक्खूँ जो अलम गुज़र रहे हैं मेरे शहर जल रहे हैं मेरे लोग मर रहे हैं
मैं ये किस के नाम लिक्खूँ जो अलम गुज़र रहे हैं मेरे शहर जल रहे हैं मेरे लोग मर रहे हैं #उबैदुल्लाह_अलीम
जाने कब मार दे मुझे कोई काफिर समझ के। शहर का शहर मुसलमान हुआ फिरता है।।
जाने कब मार दे मुझे कोई काफिर समझ के। शहर का शहर मुसलमान हुआ फिरता है।।
इक रोज़ खेल खेल में हम उस के हो गए
इक रोज़ खेल खेल में हम उस के हो गए और फिर तमाम उम्र किसी के नहीं हुए ek roz khel khel me hm us ke ho gye fir tamam umar kisi ke nahi hue...
किया है प्यार जिसे हम ने ज़िंदगी की तरह वो आश्ना भी मिला हम से अजनबी की तरह
किया है प्यार जिसे हम ने ज़िंदगी की तरह वो आश्ना भी मिला हम से अजनबी की तरह #क़तील_शिफ़ाई
कीमत होती गर वफ़ा की यारजी।
कीमत होती गर वफ़ा की यारजी। आज करोडो में मै भी बिकता।। KIMAR GAR WAFA KI HOTI YAAR JI AAJ KRODO ME MAIN BHI BIKTA
हँसकर कबूल क्या कर ली आपकी हर सज़ा हमने … दस्तूर ही बना लिया आपने ने भी.... इल्ज़ाम लगाने का ......!!! - Yaar Ji
हँसकर कबूल क्या कर ली आपकी हर सज़ा हमने … दस्तूर ही बना लिया आपने ने भी.... इल्ज़ाम लगाने का ......!!! Sad Shayari ! Dard Shayar...
0 comments:
Post a Comment