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बेवफाई, तन्हाई, रुस्वाई, ग़म और शिकवा।
तेरे इश्क़ में हमने क्या क्या ना देखा।।








नाज़ बहुत था मुझे मेरे चाहने वालो पर।

फकत जरूरत के लिए, में सबको प्यारा था।।


NAAZ BAHUT THA MUJHE CHAHNE WALO PER

FAQAT JAROORAT KE LIYE ME SABKO PYARA THA

ज़माने बीत गये ना जाने कब तुम्हारा हाल बदलेगा।

महिने फिर से वही होंगे, बेचारा साल बदलेगा।।

 

 

Zmaane beet gye na jane kab tumhaara haal badlega

mahine phir se wahi honge, bechara saal badlega